दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में कल शुद्ध "बल्लेबाजी का तड़का" देखने को मिला, जब केएल राहुल ने सिर्फ 65 गेंदों पर नाबाद 112 रनों की पारी खेली, जिससे दिल्ली कैपिटल्स ने आईपीएल 2025 में गुजरात टाइटन्स के खिलाफ 199/3 का धमाकेदार स्कोर बनाया। राहुल की पारी किसी "रन-दावत" से कम नहीं थी, जिससे पूरे स्टेडियम में प्रशंसक "केएल, केएल" के नारे लगा रहे थे!
इस "ज़बरदस्त" पारी के साथ, कर्नाटक के स्टार बल्लेबाज़ ने इतिहास रच दिया है। पहले क्रिकेटर तीन अलग-अलग आईपीएल फ्रैंचाइज़ियों – पंजाब किंग्स, लखनऊ सुपर जायंट्स और अब दिल्ली कैपिटल्स – के लिए शतक लगाने का रिकॉर्ड! यह उपलब्धि वाकई "असाधारण" है क्योंकि 18 साल के आईपीएल में इससे पहले किसी भी खिलाड़ी ने यह अनोखा कारनामा नहीं किया है!
"राहुल ने तो कमाल कर दिया! क्या खिलाड़ी है यार!" कमेंटेटर सुनील गावस्कर ने कहा जब राहुल ने एक शक्तिशाली पुल शॉट के साथ अपनी उपलब्धि हासिल की जो बाउंड्री तक पहुँच गई।
यह राहुल का पाँचवाँ आईपीएल शतक था, जिससे वह "किंग कोहली" के बाद टूर्नामेंट के इतिहास में पाँच या उससे ज़्यादा शतक लगाने वाले दूसरे भारतीय बन गए। अब उनकी विशिष्ट सूची इस प्रकार है:
मरीन ड्राइव से लेकर कनॉट प्लेस तक के क्रिकेट विश्लेषक अब इस बात पर चर्चा कर रहे हैं कि क्या राहुल अपनी वर्तमान "धमाकेदार फॉर्म" को देखते हुए अंततः कोहली के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ पाएंगे!
राहुल के प्रशंसकों के लिए यह "डबल धमाका" साबित हुआ। इस पारी के दौरान, वह पुरुष टी20 क्रिकेट में 8,000 रन पूरे करने वाले सबसे तेज़ भारतीय बल्लेबाज़ (और पारी के हिसाब से कुल मिलाकर तीसरे) भी बन गए। पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज़ वीरेंद्र सहवाग ने ट्वीट किया, "एकदम झकास प्रदर्शन," और सोशल मीडिया पर राहुल की इस उपलब्धि की तारीफ़ों का पुल बाँध दिया गया।
दिल्ली की थोड़ी धीमी पिच पर, राहुल के क्लीन स्ट्रोक्स ने कगिसो रबाडा और मोहम्मद सिराज जैसे बेहतरीन गेंदबाज़ों को भी "गली क्रिकेट बॉलर" जैसा बना दिया! उन्होंने 14 चौके और 4 गगनचुंबी छक्के लगाए, जिनमें से ज़्यादातर उनके ट्रेडमार्क "थ्रू द लाइन" शॉट्स से आए।
उनकी पारी का सबसे यादगार पल तब आया जब उन्होंने राशिद खान की गेंद पर चौका लगाकर 35 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया। किस्मत ने भी उनका साथ दिया क्योंकि आर साई किशोर की गेंद टॉप एज तक नहीं पहुँच पाई और गेंद चार रन के लिए चली गई। जैसा कि दिल्ली के क्रिकेट प्रशंसक कहते हैं, "जब किस्मत हो साथ, तो क्या बात!"
अंतिम ओवरों में सीमित स्ट्राइक मिलने के बावजूद, राहुल ने कुछ "दिलचस्प" शॉट्स के साथ दिल्ली की पारी को बेहतरीन फिनिशिंग टच दिया, जिसमें अंतिम ओवर में सिराज के खिलाफ एक चुटीला रिवर्स-पैडल और शक्तिशाली ड्राइव शामिल थे। उनके शतक का जश्न - बल्ला उठाकर दर्शकों को झुककर अभिवादन करना - उनकी उत्कृष्टता और परिपक्वता को दर्शाता है।
मैच के बाद विश्लेषण के दौरान पूर्व चयनकर्ता देवांग गांधी ने कहा, "जो बात राहुल को अलग करती है, वह विकेट के चारों ओर खेलने की उनकी क्षमता है। गुजरात टाइटंस के गेंदबाजों को आज समझ ही नहीं आया कहां गेंद डालें।"
इस पारी के साथ, केएल राहुल ने न केवल दिल्ली कैपिटल्स को एक चुनौतीपूर्ण स्कोर बनाने में मदद की है, बल्कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत की आगामी टी20 सीरीज़ से पहले राष्ट्रीय चयनकर्ताओं को एक कड़ा संदेश भी दिया है। जैसा कि दिल्ली के क्रिकेट जगत में कहावत है, "फॉर्म अस्थायी है, क्लास स्थायी है" - और राहुल के पास अभी दोनों ही खूबियाँ हैं!